श्रावण मास का महत्त्व
हिन्दू पंचाग के अनुसार सावन पांचवा मास है और ये भोलेनाथ को अति प्रिय है। सावन महीने में भगवान आदिशंकर की सच्चे ह्रदय से की गयी आराधना से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है, और सभी प्रकार के कष्टों और व्याधाओं का निवारण भी होता है।
सावन की राशि – ये राशि वाले रहेंगे लाभप्रद
2022 में आषाढ़ मास की पूर्णिमा, अर्थात गुरु पूर्णिमा के अगले दिन से सावन मास प्रारम्भ हो रहा है। इस वर्ष यह महीना चंद्र राशि के जातकों के लिए उत्तम लाभ प्रदान करेगा।
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कुम्भ राशि
व्यापार नए शिखर पर पहुंचेगा और नौकरी में प्रशंसा मिलेगी। साथ में प्रगति के नए अवसर और आयाम भी सामने आएंगे।
मीन राशि
सावन महीने 2022 में मीन राशि के जातक अपने कार्यों में सफल होंगे और उनका भाग्योदय भी होगा। वैवाहिक जीवन में खुशहाली के साथ इनको अपने कार्यों में उन्नति भी मिलेगी।
मिथुन राशि
श्रावण मास 2022 में मिथुन राशि वालों को कार्यों में सफलता मिलेगी और उनकी आर्थिक स्थिति भी अच्छी होगी। भोलेशंकर और माता पार्वती की पूजा अर्चना से वैवाहिक जीवन सुखमय और आनंदमय बनेगा।
तुला राशि
इस राशि वालों को उनके जीवनसाथी का प्यार, सहयोग और विश्वास का गहन साथ मिलेगा। करियर आगे बढ़ेगा, और साथ में उनके मान- सम्मान और प्रतिष्ठा में भी वृद्धि होगी।
कर्क राशि
कर्क राशि सावन में प्रगति के मार्ग में आ रहे रोड़े दूर होंगे। मुसीबतें पीछा छोडेंगीं, पारिवारिक सुख प्राप्त होगा और साथ में मानसिक शांति भी मिलेगी।
सावन के सोमवार 2022
2022 में सावन कब से शुरू है और श्रावण मास कब ख़त्म होगा? सावन 14 जुलाई 2022, गुरुवार के दिन प्रारम्भ होगा और 12 अगस्त, शुक्रवार को समाप्त होगा। इस वर्ष सावन मास में 4 सोमवार पड़ेंगे और हर एक सोमवार की एक अलग ही महत्ता है। हर एक सोमवार पर विशेष योग बन रहे हैं और उनका विशेष फल भी प्राप्त होगा।
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सावन का पहला सोमवार 2022, 18 जुलाई को है। इस दिन पंचम तिथि और रवि योग पड़ेगा, जो की मन्त्र साधना और आराधना के लिए उत्तम है।
25 जुलाई को सावन मास का दूसरा सोमवार है। इस दिन सावन प्रदोष के साथ अमृत योग, ध्रुव योग और सर्वार्थ सिद्धि योग भी है, जो अत्यंत लाभकारी और विशेष फलदायक है।
1 अगस्त को सावन का तीसरा सोमवार और वरद चतुर्थी है। इस दिन शिव आराधना के साथ गणेश भगवान को दूर्वा चढ़ाने से समस्त मनोकामनाएं पूरी होंगीं।
8 अगस्त को सावन का आखरी और चौथा सोमवार है और साथ में सावन मास की एकादशी भी है। इस दिन शिव मंदिर में जा कर घी का दीपक जरूर जलायें।
सावन महीने में शिव उपासना में भूल कर भी हल्दी, शंख से जल और केतकी के फूल नहीं चढ़ाने चाहियें। इसके साथ ही तामसिक चीजों और बुरी भावनाओं से दूरी बना कर रखें।